Wednesday, December 28, 2011

सड़क पर चलते बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं
साइकिल पर टिफ्फिन लटकाए बच्चे
दूकान में चाय के बर्तन धोते बच्चे
सबके घरों में झाड़ू पोचा करते बच्चे
लाखो बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं

क्या सभी खिलोने बिक गए हैं बाजार के
क्या सभी मैदानो को खोद दिया गया है
क्या सभी बस्तों में सामान भर दिया गया है
क्या सभी किताबो को दीमके खा गयी हैं
क्या सभी मुस्काने किसी को बेच दी गयी हैं

सिगरेट पीते बच्चे भी स्कूल नहीं जा रहे है
बोझा ढोते बच्चे भी स्कूल नहीं जा रहे हैं
कूड़ा बीनते बच्चे भी स्कूल नहीं जा रहे हैं
जिस्म बेचते बच्चे भी स्कूल नहीं जा रहे हैं
सड़क चलते बच्चे भी स्कूल नहीं जा रहे है


शायद सभी स्कूल दूकान बना दिए गए हैं
शायद सभी लोगो का जमीर बेच दिया गया है
शायद उपरवाले ने देखना बंद कर दिया है
शायद लोगो ने समाज में रहना बंद कर दिया है
शायद धरती से इंसान खतम हो गए है

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